भोपाल। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए भोपाल भाजपा कार्यालय में रविवार को बूथ विस्तारक योजना की बैठक हुई। बैठक में उस वक्त अजीब स्थिति बन गई जब सही तरीके से राष्ट्रगीत न गाने पर पार्टी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री ने उसे रुकवा दिया। इसके बाद दोबारा वंदेमातरम् का गायन हुआ। कांग्रेस इसे राष्ट्रगीत का अपमान बता रही है।
जानकारी के अनुसार भोपाल में बूथ विस्तार योजना की बैठक में वंदे मातरम गाया जा रहा था. इसी दौरान भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महासचिव अजय जामवाल ने उन्हें रोक लिया. इसके बाद दोबारा राष्ट्रगीत का गायन शुरू किया गया. अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद बैठक में सन्नाटा पसर गया। इस घटना का वीडियो जारी कर कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार पीयूष बबेले ने इसे राष्ट्रगीत वंदे मातरम का अपमान बताया है.
-भाजपा देशद्रोहियों की पार्टी: बबेले
कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि भाजपा ने एक बार फिर साबित किया कि वह देशद्रोहियों की पार्टी है. भोपाल में भाजपा की बैठक में राष्ट्रगीत वंदे मातरम का अपमान किया गया. पीएमओं को टैग कर लिखा है कि बीच में ही रुकवाया राष्ट्रगीत। ये कृत्य करने वालों पर रासुका लगाएंगे क्या?
-आईसीएचआर में वंदे मातरम गायन बंद
उधर भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम गाने का कार्यक्रम बंद कर दिया है। आपत्तियों के बाद यह फैसला किया गया। पिछले साल सितंबर से आईसीएचआर के कर्मचारी रोजाना सुबह 10 बजे राष्ट्रीय गीत गाते थे। इसके साथ ही आईसीएचआर के सदस्य सचिव उमेश कदम के दफ्तर और आईसीएचआर के कॉन्फ्रेंस रूम में लगी भारत माता और दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरों को भी हटा दिया गया है। संस्थान की दीवारों पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीरों के साथ भारत माता और दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरें लगी थीं। आईसीएचआर के चेयरमैन रघुवेंद्र तंवर ने कहा कि वंदे मातरम गाने और तस्वीरें लगाने के लिए सही तरीके से अनुमति नहीं ली गई। न तो परिषद और न ही मुझसे अनुमति ली गई। मेरा इन तस्वीरों को हटाने या राष्ट्रगान रोकने में कोई रोल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान की संस्थान की शुचिता बनाए रखना जरूरी है।
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