महिला कांग्रेस ने दी दिवंगत प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को श्रद्धांजलि
भोपाल । मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पूर्व महापौर विभा पटेल के नेतृत्व में सोमवार को महिला कांग्रेस नेत्रियों ने इंदौर के एक निजी फार्मेसी कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा जघन्य हत्याकांड के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री से इस्तीफा देने की भी मांग की गई। प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को श्रद्धांजलि भी दी गई। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई।
श्रीमती पटेल ने इस मौके पर कहा कि इंदौर में पूर्व छात्र ने कॉलेज प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा के ऊपर पेट्रोल डालकर जलाया, पांच दिन तक संघर्ष करने के बाद वे जीवन से हार गई। उक्त छात्र पहले भी महिला प्रिंसिपल को परेशान कर चुका था और कई बार जान से मारने की धमकी भी दी थी, जिसकी शिकायत महिला प्रिंसिपल ने चार बार थाने में भी की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
श्रीमती पटेल ने कहा कि उक्त घटना को अत्यंत दुखद, मानवता को झकझोरने वाली और इंसानियत शर्मसार करने वाली घटना है। घटना ने उज्जैन के प्रोफेसर एचएस सभरवाल हत्याकांड की याद ताजा कर दी, सर्वविदित है कि अपने दामन के दाग छिपाने के लिए राज्य सरकार ने प्रोफेसर सभरवाल की मृत्यु पर कैसे लीपापोती की थीं, अब कुछ ऐसा ही विमुक्ता शर्मा मामले में हो रहा है।
विभा पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की महिलाओं को अपनी बहन और प्रदेश के बेटा-बेटियों को अपना भांजा-भांजी कहते हैं। लेकिन उनपर जब उत्पीड़न, अत्याचार, जान लेवा हमला, हत्या और ज्यादती की घटनाएं होती हैं, वे चुप्पी साध लेते हैं, प्रदेश के मुख्यि की चुप्पी दोहरे चरित्र को प्रदर्शित करती हैं।
श्रीमती विभा पटेल ने आरोप लगाया कि एकतरफ तो वे लाड़लियों की हिमायत में बड़ी-बड़ी बाते करते हैं, लाड़ली लक्ष्मी का जिक्र करते हैं, लेकिन सच्चाइ्र यह है कि उनके राज में महिलाएं, लड़कियां असुरक्षित हैं। उनको सुरक्षा देने के वादे शिवराज सिंह की सरकार आज तक पूरा नहीं कर पाई। महिलों पर अत्याचार और दुष्कर्म के मामलों में मध्यप्रदेश पूरे देश में सबसे आगे है। विमुक्ता शर्मा मामले में उच्च शिक्षा मंत्री और कुलाधिपति की चुप्पी भी आश्चर्यजनक है।
विभा पटेल ने कहा कि महिला प्राचार्य की मौत के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। दिवंगत महिला प्राचार्य की बेटी देवांशी कह चुकी हैं कि हत्या के आरोपी ने इस जघन्य कृत्य से महीनों पहले उनकी मां को व्हाट्सएप पर धमकी भरे संदेश भेजे थे, लेकिन इस बारे में शिकायत किए जाने पर पुलिस-प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया।
श्रीमती पटेल ने कहा कि महिलाओं के पक्ष में महिला कांग्रेस खामोश नहीं रहेगी। इस घटना के लिए दोषी तमाम अफसरों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। मातृ शक्ति के सम्मान में निरंतर जन जागरण, सत्याग्रह, धरना-प्रदर्शन के माध्यम से राज्य सरकार के खिलाफ शंखनाद करती रहेगी।
प्रदर्शन के दौरान महिला कांग्रेस नेता राजलक्ष्मी नायक, शीतल मालवीय, श्रीमती तस्लीम लश्करी, नूरजहां, वैशाली ढूमने, रजनी दुबे, शाहाना हसन महक राणा रश्मि मणि, सीता विश्वकर्मा, यशोदा पांडे, गीता सिंह, गीता जाटव, मीना चौहान, सुनीता घावरे, रत्ना तंत्र पांडे एवं जिलाध्यक्ष संतोष कंसाना भी मौजूद रहीं।
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