संभागायुक्त ने कहा कि गर्भवती माताओं और बच्चों के टीकाकरण में अपेक्षाकृत कम उपलब्धि को गंभीरता से लिया और उन्होंने संभाग के जिलों के सभी सीएमएचओ निर्देश किए एक माह में टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि संबल योजना के तहत, प्रसूति सहायता और क्षय रोगियों के भत्ता वितरण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रसव पूर्व जांच के लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सक्रिय भागीदारी निभाने के भी निर्देश दिए।
संभागायुक्त ने गंभीर कुपोषित बच्चों की स्थिति की भी समीक्षा की। श्री भयड़िया ने राष्ट्रीय बाल स्वास्य्भ कार्यक्रम, अंधात्व निवारण, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय परिवार कल्याण योजना, मीजल्स अभियान, मलेरिया अभियान और बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण के बारे में भी समीक्षा की।
संभागायुक्त ने नसबंदी और अंधत्व निवारण अभियान का प्लान बनाकर शत-प्रतिशत लक्ष्य उपलब्ध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल और सभी छात्रावास तथा आश्रम में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से प्रतिमाह किए जाए। निजी विद्यालयों में भी स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए।
श्री भयड़िया ने आयुष्मान भारत निरामय योजना का कार्य फरवरी शत प्रतिशत करने के निर्देश भी संभाग के जिलों के सभी सीएमएचओ को दिए। उन्होंने कहा कि विस्तृत प्लान बनाकर युद्ध स्तर पर कार्यवाही कर पात्र हितग्राहियों को शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड जारी किए जाए। संभागायुक्त ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन, अनुकंपा नियुक्ति, पेंशन प्रकरण, विभागीय जांच प्रकरणों पर भी त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में संभाग के क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य, सभी जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी, संयुक्त आयुक्त विकास सुदर्शन सोनी और विभाग के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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