-बरौनी कारखाना की क्षमता 12.70 लाख मैट्रिक टन है
पटना । राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के एक प्रश्न के उत्तर में राज्यसभा में रसायन और उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने मंगलवार को बताया कि एक बोरा 45 किलोग्राम यूरिया का अधिकतम मूल्य 242 रुपये है जबकि 1800 रुपये सरकार सब्सिडी प्रदान करती है।
मंत्री खुबा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा बरौनी में 8,388 करोड़ की लागत से खाद कारखाना बनकर तैयार हो गया है, जिससे 18 अक्टूबर को यूरिया का उत्पादन प्रारंभ हो गया है। बरौनी प्लांट की यूरिया उत्पादन क्षमता 12.70 लाख मैट्रिक टन प्रतिवर्ष है। मंत्री ने बताया कि पूरे देश में यूरिया उत्पादन की कुल मिलाकर 6 इकाई स्थापित की गई है, जिसमें 4 सरकारी क्षेत्र तथा दो प्राइवेट सेक्टर में स्थापित की गई है। इन छह इकाई की यूरिया उत्पादन की स्थापित क्षमता 283.74 लाख मैट्रिक टन प्रतिवर्ष होगी।
मंत्री ने बताया कि देश में 341.73 लाख मैट्रिक टन यूरिया की खपत है जबकि उत्पादन मात्र 250.72 लाख मैट्रिक टन है। शेष 91.36 लाख मैट्रिक टन यूरिया विदेशों से आयात करना पड़ रहा है ।
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