भोपाल के स्कूली बच्चों ने कलेक्टर को लिखा मासूमियत भरा पत्र-मस्जिदों के लाउड स्पीकर्स बंद करें, हम पढ़ नहीं पा रहे


भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के स्कूली बच्चों ने कलेक्टर अविनाश लवानिया को एक रोचक पत्र लिखा है और अपनी एक बड़ी समस्या उनके सामने रखी है। अपने आसपास मस्जिदों के लाउड स्पीकर से अजान की ऊंची आवाजों पर लिखे गए गए इस पत्र में बच्चों ने बताया है कि सुप्रीम कोर्ट और कई हाईकोर्ट ने स्पष्ट फैसले दिए हैं, जिसके बाद उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में लाखों लाउड स्पीकर उतारे जा चुके हैं। कलेक्टर को उनके अधिकारों की याद दिलाते हुए बच्चों ने लिखा है कि अगर आप भोपाल में ऐसा कर देते हैं तो हम परीक्षा में अच्छे रिजल्ट लाकर दिखाएंगे। अभी दिन में कई बार लाउड स्पीकर्स की ऊंची अावाजों से वे न पढ़ पाते, न शाम को खेलते समय आपस में बात कर पाते हैं।

राजधानी के एक नए इलाके होशंगाबाद रोड के निखिल बंगलो के रहवासी अलग-अलग कक्षाओं के इन बच्चों ने तीन पेज का पत्र रोचक अंदाज और बड़ी मासूमियत से लिखा है। उन्होंने कहा है कि उनके अासपास की किसी कॉलोनी में कोई मुस्लिम नहीं रहते लेकिन कैम्पस के बाहर एक मस्जिद से सारे लाउड स्पीकर उनकी तरफ पूरे वॉल्यूम में दिन में कई-कई बार बजते रहते हैं। बच्चों ने कॉलोनी के लोगों के हवाले से लिखा है कि पता करने पर बताया गया कि वे अजान करते हैं, जो अरबी में होती है। जबकि यहां किसी को अरबी नहीं आती और कोई नहीं जानता कि वे चिल्ला-चिल्लाकर क्या कहते हैं? अगर वे प्रेयर के लिए बुलाते हैं तो यह काम मोबाइल पर टाइम सेट करके भी हो सकता है।

कलेक्टर को खुश करने के अंदाज में बच्चों ने लिखा है कि अगर आप इस समस्या से छुटकारा दिला देंगे तो आप भोपाल के हीरो बन जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात में रेडियो पर आपका जिक्र करेंगे। हो सकता है कोई नेशनल अवार्ड आपको मिल जाए और तब हम सब बच्चे सोशल मीडिया पर आपकी फोटो शेयर करेंगे। आप एक यंग आईएएस हैं और हमें यकीन है कि आप इस समस्या का हल आसानी से कर लेंगे। फिर भी कोई दिक्कत हो तो हमारे मामाजी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से बात करें, जिस दिन लाउड स्पीकर्स पर यह शोरशराबा बंद हो जाएगा, हम सब बच्चे शुक्रिया कहने आएंगे और बड़े होकर मामाजी को ही वोट करेंगे।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र भी इस पत्र में है। बच्चों ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि जब राहुल गांधी मध्यप्रदेश आएं तो आप उन्हें हमारी इस समस्या से वाकिफ जरूर कराएं, हो सकता है कि राहुलजी के पास कोई ठोस समाधान हो। आप हमारे इस पत्र की फोटो कॉपी राहुल गांधी को देते हुए एक सेल्फी भी ले सकते हैं। बच्चों ने मजे से लिखा है कि राहुल गांधी को यह संदेश भी दिया जाए कि उनके चेहरे पर दाढ़ी जम नहीं रही। रास्ते में रुककर कहीं पहले जैसे क्लीन शेव्ड हो जाएं। निखिल बंगलो और आसपास की कॉलोनियों में बड़ी तादाद में प्रदेश के रिटायर्ड जज, पुलिस-प्रशासनिक अफसर और संपन्न कारोबारी-किसानों के परिवार रहते हैं। इनसे सटी पुरानी बस्ती की एक मस्जिद को लेकर बच्चों ने यह पत्र लिखा और कहा कि उनके स्कूलों में पुराने भोपाल के स्टुडेंट्स तो इस समस्या से सबसे ज्यादा पीड़ित हैं, जहां चारों तरफ लाउड स्पीकर्स बजते रहते हैं।

0/Post a Comment/Comments

Previous Post Next Post