
उत्तर प्रदेश के सीतापुर (Sitapur) में भीषण गर्मी के चलते आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हैं. वहीं, जानवर भी इस गर्मी से परेशान नजर आ रहें है. लिहाजा जानवर अब इंसानों पर हमलावर होने लगे हैं. इसका नतीजा यह है कि जिला अस्पताल में रोजाना अब 35 से 40 मरीज एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं. राहत की बात यह है कि मौजूदा समय में जिला अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं. रोजाना मरीज अस्पताल पहुंचकर इंजेक्शन भी लगवा रहे हैं. वहीं, जिला अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि जून की भीषण गर्मी के दौरान जानवर हिंसक हो जाते हैं, इसलिए इस समय सभी को इन जानवरों से सावधानी बरतने की जरूरत हैं.
जिला अस्पताल के डॉ. गौरव का कहना है कि इस भीषण गर्मी में कुत्ते और बंदर के काटने पर घबराएं नहीं, बल्कि काटने वाली जगह पर तत्काल पानी की तेज धार से घाव को धुलें. साथ ही एंटीसेप्टिक लिक्विड, डेटॉल या साबुन से साफ कर लें.
एंटी रैबीज के लग रहे हैं 4 इंजेक्शन
डॉक्टरों का कहना है कि इस समय एंटी रैबीज के 4 इंजेक्शन लग रहे हैं, क्योंकि एक बार इंजेक्शन लगने के बाद 3 दिन, 7 दिन और 28 दिन बाद ही एंटी रेबीज का टीका लगता है. इन सबके बीच सबसे हैरत की बात यह है कि जानवरों के काटने में अधिकतर युवा और बच्चे शामिल हैं, जबकि बुजुर्गों की संख्या बेहद ही कम है.
कभी 42 तो कभी 43 डिग्री सेल्सियस तापमान
बता दें, जिले में तापमान कभी 42 तो कभी 43 डिग्री सेल्सियस तक रह रहा है. स्थिति यह हो गई है कि रात में भी तापमान में कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है. इसलिए न दिन में राहत मिल पा रही है और न रात में सुकून की नींद ही मिल पा रही है. आमजन के साथ ही जानवर भी बेहाल हो गए हैं. सोमवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि, मौसम विभाग की ओर से अगले सात दिनों का पूर्वानुमान जारी किया गया है. उसके अनुसार सीतापुर जिले में अगले कुछ दिनों में तेजी से मौसम बदलने के आसार हैं. जिसके बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है