प्रभारियों के भरोसे भू अभिलेख
सिर्फ 7 जिलों में हैं पदस्थ अधीक्षक
न्यायालय में पदोन्नति में आरक्षण का मामला लटका
न्यायालय में पदोन्नति में आरक्षण का मामला लटका
भोपाल। राजस्व विभाग के भू अभिलेख शाखा में अधीक्षक के पद खाली हैं। इन सभी पदों का प्रभार सहायक अधीक्षक भू अभिलेख देख रहे हैं। यह सब पदोन्नति में आरक्षण के चलते खाली पड़े हैं। इससे जनता के भू अभिलेख संबंधित कार्यप्रभावित हो रहे हैं। वहीं सहायक अधीक्षक भू अभिलेखों को अपनी पदोन्नति का इंतजार है।
प्राप्त जानकारी अनुसार अधीक्षक भू अभिलेख के पदों पर पदोन्नति के लिए प्रदेश में सहायक अधीक्षक अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं । क्योंकि भू अभिलेख में विभाग द्वारा 144 पद स्वीकृत हैं जो पदोन्नति से भरे जाना है। जिनमें से 7 जिलों ग्वालियर, रीवा, रतलाम, बैतूल, भोपाल, पन्ना में ही अधीक्षक पदस्थ है। अन्य सभी 45 जिलों सहित 137 अधीक्षक भू अभिलेख पर सहायक अधीक्षक प्रभार पदस्थ हैं। यह सब सिर्फ पदान्नति में आरक्षण के चलते रूके हुए हैं।
सात में से चार जल्द होंगे सेवानिवृत
पूरे प्रदेश में जो मूल पद पर अधीक्षक भूअभिलेख पदस्थ हैं उनमें से कुछ की सेवानिवृति की आयु नजदीक हैं। जिनमें से गोविंद सोनी की आयु60 वर्ष रीवा, मुन्नु सिहं बारस्कर 62 वर्ष बैतूल, बाबूलाल खराड़ी 60 वर्ष नीमच, राजनाथ मिश्रा 58 वर्ष ग्वालियर हैं । इससे आने वाले वर्षों में इन जिलों में भी अधीक्षक के पदों पर प्रभारी तौर पर सहायक को पदस्थ किया जाएगा। लेकिन मूल पद पर पदोन्नति नहीं हो सकेगी।
सहायक अधीक्षक भूअभिलेख के लगभग 130 पद खाली
प्रदेश सरकार के द्वारा राज्य प्रशासनिक सेवा के द्वारा भी लगभग चार वर्ष से नियुक्ति नहीं की गई। वहीं न्यायालयमें आरक्षण का मामला अटका हुआ है जिससे राजस्व निरीक्षक से सहायक अधीक्षक भूअभिलेख के पदों पर पदोन्नतिनहीं हो सकी है। आने वाले कुछ समय में सभी की आयु सेवानिवृत पर पहूंच जाएगी। जिससे विभाग में दोंनो पदों के लिए अधिकारियों का टोटा पड़ जाएगा।
75 प्रतिशत पद पदोन्नति के हैं
सहायक अधीक्षक और अधीक्षक भूअभिलेख में जितनी भी पदों की संख्या हैं उनमें से सहायक अधीक्षक भू अभिलेख के 25 प्रतिशत सीधे राज्य प्रशासनिक सेवा आयोग के द्वारा भरे जाते हैं शेष 75 प्रतिशत विभागीय पदोन्नति से । उसके बाद भी 95 प्रतिशत पद खाली हैं। जो अभी तक का किसी भी विभाग से सबसे अधिक हैं।
न्यायालय के आदेश तक सामान्य की तरह करे पदोन्नति
जिस तरह से अधीक्षक भू अभिलेख के137व लगभग इतने ही पद सहायक अधीक्षक भू अभिलेख के खाली पड़े हैं वह भी सिर्फ पदोन्नति के चलते। अगर राजस्व विभाग सभी पदों पर आरक्षण के बगैर जो पात्रता के आधार पर पदोन्नति की जाती है। तो रिक्त सभी खाली पद भरे जा सकते हैं। साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा से आने वाले अधिकारियों के लिए भी काफी संख्या में पद श्रृजित हो सकेंगे।
राजस्व के कार्य हो रहे हैं प्रभावित
अधीक्षक के पदों के खाली रहने से अधिकतर प्रदेश के सभी जिलों सहित आयुक्त कार्यांलय में भू अभिलेख के कार्यं प्रभावित हो रहे हैं। उक्त पद के द्वारा राजस्व का रिकार्ड, कृषि बीमा राशि, विधानसभा प्रश्र, सीमांकन, विवादित सीमांकन, फसल गिरदावरी, पीएम किसान निधि,मुख्यमंत्री किसान निधी, पशु प्रमाणन, खसरा खतौनी रिकार्ड, ओलावृष्टि सहायता, नक्शा सहित अन्य कार्य हैं जो अधीक्षक भूअभिलेख के अभाव से प्रभावित होते हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार अधीक्षक भू अभिलेख के पदों पर पदोन्नति के लिए प्रदेश में सहायक अधीक्षक अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं । क्योंकि भू अभिलेख में विभाग द्वारा 144 पद स्वीकृत हैं जो पदोन्नति से भरे जाना है। जिनमें से 7 जिलों ग्वालियर, रीवा, रतलाम, बैतूल, भोपाल, पन्ना में ही अधीक्षक पदस्थ है। अन्य सभी 45 जिलों सहित 137 अधीक्षक भू अभिलेख पर सहायक अधीक्षक प्रभार पदस्थ हैं। यह सब सिर्फ पदान्नति में आरक्षण के चलते रूके हुए हैं।
सात में से चार जल्द होंगे सेवानिवृत
पूरे प्रदेश में जो मूल पद पर अधीक्षक भूअभिलेख पदस्थ हैं उनमें से कुछ की सेवानिवृति की आयु नजदीक हैं। जिनमें से गोविंद सोनी की आयु60 वर्ष रीवा, मुन्नु सिहं बारस्कर 62 वर्ष बैतूल, बाबूलाल खराड़ी 60 वर्ष नीमच, राजनाथ मिश्रा 58 वर्ष ग्वालियर हैं । इससे आने वाले वर्षों में इन जिलों में भी अधीक्षक के पदों पर प्रभारी तौर पर सहायक को पदस्थ किया जाएगा। लेकिन मूल पद पर पदोन्नति नहीं हो सकेगी।
सहायक अधीक्षक भूअभिलेख के लगभग 130 पद खाली
प्रदेश सरकार के द्वारा राज्य प्रशासनिक सेवा के द्वारा भी लगभग चार वर्ष से नियुक्ति नहीं की गई। वहीं न्यायालयमें आरक्षण का मामला अटका हुआ है जिससे राजस्व निरीक्षक से सहायक अधीक्षक भूअभिलेख के पदों पर पदोन्नतिनहीं हो सकी है। आने वाले कुछ समय में सभी की आयु सेवानिवृत पर पहूंच जाएगी। जिससे विभाग में दोंनो पदों के लिए अधिकारियों का टोटा पड़ जाएगा।
75 प्रतिशत पद पदोन्नति के हैं
सहायक अधीक्षक और अधीक्षक भूअभिलेख में जितनी भी पदों की संख्या हैं उनमें से सहायक अधीक्षक भू अभिलेख के 25 प्रतिशत सीधे राज्य प्रशासनिक सेवा आयोग के द्वारा भरे जाते हैं शेष 75 प्रतिशत विभागीय पदोन्नति से । उसके बाद भी 95 प्रतिशत पद खाली हैं। जो अभी तक का किसी भी विभाग से सबसे अधिक हैं।
न्यायालय के आदेश तक सामान्य की तरह करे पदोन्नति
जिस तरह से अधीक्षक भू अभिलेख के137व लगभग इतने ही पद सहायक अधीक्षक भू अभिलेख के खाली पड़े हैं वह भी सिर्फ पदोन्नति के चलते। अगर राजस्व विभाग सभी पदों पर आरक्षण के बगैर जो पात्रता के आधार पर पदोन्नति की जाती है। तो रिक्त सभी खाली पद भरे जा सकते हैं। साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा से आने वाले अधिकारियों के लिए भी काफी संख्या में पद श्रृजित हो सकेंगे।
राजस्व के कार्य हो रहे हैं प्रभावित
अधीक्षक के पदों के खाली रहने से अधिकतर प्रदेश के सभी जिलों सहित आयुक्त कार्यांलय में भू अभिलेख के कार्यं प्रभावित हो रहे हैं। उक्त पद के द्वारा राजस्व का रिकार्ड, कृषि बीमा राशि, विधानसभा प्रश्र, सीमांकन, विवादित सीमांकन, फसल गिरदावरी, पीएम किसान निधि,मुख्यमंत्री किसान निधी, पशु प्रमाणन, खसरा खतौनी रिकार्ड, ओलावृष्टि सहायता, नक्शा सहित अन्य कार्य हैं जो अधीक्षक भूअभिलेख के अभाव से प्रभावित होते हैं।