नई दिल्ली ! कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को भारी नुकसान हुआ है. अर्थव्यवस्था में हुए इस नुकसान की भरपाई में देश को 13 साल लग जाएंगे. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी एक रिपोर्ट में ये कहा है. यानी नुकसान की भरपाई वित्त वर्ष 2035 तक जाकर हो पाएगी. यही नहीं, रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि महामारी की वजह से बीते तीन साल में भारत ने करीब 50 लाख करोड़ रुपये का आउटपुट गंवा दिया है.
करेंसी और फाइनेंस पर छपने वाली RBI की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में विकास दर को 6.6 फीसदी का नुकसान हुआ, 2021-22 में ये दर 8.9 प्रतिशत रही और इस वित्त वर्ष यानी 2022-23 में इसके 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है. वहीं आने वाले सालों में विकास दर के 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. विकास दर की इस स्पीड के हिसाब से 2034-35 तक जाकर भारत कोविड से हुए घाटे से उबर पाएगा! RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्थव्यवस्था को 2020-21 में 19.1 लाख करोड़, 2021-22 में 16.4 लाख करोड़ और 2022-23 में 16.4 लाख करोड़ रुपये का घटा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरबीआई का कहना है,
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में मध्यम अवधि में 6.5-8.5 फीसदी की टिकाऊ आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिए कीमतों में स्थिरता होना बेहद जरूरी है. आरबीआई की वित्त वर्ष 2021-22 की रिपोर्ट में कहा गया है!
इसके साथ ही इस रिपोर्ट में कई संरचनात्मक सुधारों का सुझाव दिया गया है. जैसे कि मुकदमों की प्रक्रिया को आसान करना, शिक्षा और स्वास्थ्य पर सार्वजनिक खर्च बढ़ाना और स्किल इंडिया मिशन के जरिए श्रम की गुणवत्ता सुधारने और इनोवेशन एवं प्रौद्योगिकी पर केंद्रित शोध-विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना शामिल है!
रिपोर्ट के मुताबिक, दो साल बाद भी बड़ी मुश्किल से आर्थिक गतिविधियां कोविड-पूर्व स्तर पर पहुंच पाई हैं. इकॉनमी की रिकवरी के दौरान महामारी के अलावा देश एक और चुनौती का सामना कर रहा है. वो हैं ढांचागत कमियां.
इन सबके बीच रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध ने भी आर्थिक रिकवरी की स्पीड को धीमा कर दिया है. युद्ध की वजह से चीजों की कीमतों के बढ़ने, वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के कमजोर होने से भी मुश्किलें पैदा हुईं हैं. रिपोर्ट कहती है कि भारत के लिए मध्यम अवधि में 6.6-8.5 फीसदी की स्थिर बढ़त के लिए समय-समय पर मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों में संतुलन साधना होगा.