अतिक्रमण को लेकर सीएम हेल्पलाईन मे भी की जा चुकी है शिकायत
भोपाल। राजधानी में न्यूमार्केट के अंडरग्राऊंग पाथवे में संचालित कपड़े की दुकानों में रविवार रात्रि आग लग गई। जिससे लगी अन्य दुकान भी आग की चपेट में आ गई जिनमें लाखों रूपये का सामान जलकर खाक हो गया। नगर निगम की दमकल कर्मियों ने पहुंचकर आग पर काबू पा लिया है। प्राप्त जानकारी अनुसार राजधानी के न्यूमार्केट में रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है जिसके चलते यहां पर आज जनता का आवागमन अधिक रहता है। इसके लिए लोग न्यू मार्केट के मुख्य मार्ग को पास करने के लिए अंडरग्राऊंड पाथवे का उपयोग करते हैं जिसमें 10 से 12 दुकानें बनी हुई है जिसमें कपड़ा, जूते, मोबाईल सहित अन्य दुकानें संचालित की जाती है। साथ ही जनता के लिए बने मार्ग में अतिक्रमण कर छोटे व्यापारियों द्वारा 20 से 25 दुकानों का संचालन भी किया जाता है। जिसके चलते यहां पर काफी भीड़ रहती है। उक्त पाथवे बाजार में कपड़े की दुकान में आग लग गई । जब तक व्यापारी कुछ समझ पाता तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और उससे लगी 4 से 5 दुकानें भी चपेट में आगई। जिंसकी सूचना नगर निगम के दमकल विभाग को दे दी गई । दमकल कर्मियों द्वारा बड़ी मशक्कत के बाद काबू किया जा सका। तब तक लाखों रूपये का सामान जलकर खाक हो गया। पुलिस मौके पर पहुचं कर जांच आग लगने का कारणों की जाँच कर रही है।
अतिकमण के चलते फसे लोग
पाथवे में अतिक्रमण को लेकर नगर निगम अधिकारियों को कई बार शिकायतें की जा चुकी है। साथ ही सीएम हेल्पलाईन में भी शिकायतें लंबित हैं। उनका आजतक निराकरण नहीं किया जा सका है। इसी तरह की घटनाओं को लेकर आशंका जाताई जाती थी। लेकिन अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही एक बार दिखावे के लिए की जाती रही है। उसके बाद फिर पूरे अंडरग्राऊंड पाथवे मार्ग में दोनों तरफ दुकानें सज जाती थी।वहीं स्थाई दुकान संचालकों के द्वारा भी अपनी दुकान के बाहर तीन फिट तक दुकानों को बढ़ाकर संचालन किया जा रहा था। जिससे जनता को निकलने के लिए दो से तीन फिट का रास्ता मिलता था। एैसे में इस तरह की घटना होने पर दमकल कर्मियों को कार्य करने में बाधा आती है।
फायर सेफ्टी की नहीं है व्यवस्था
पाथवे की दुकानों को लेकर निगम के द्वारा निर्माण के समय फायर उपकरणों का ध्यान नहीं दिया गया। जिससे इस आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मियों का इंतजार करना पड़ा। अगर फायर सुरक्षा की व्यवस्था होती तो अन्य दुकानों को आग की चपेट में आने से बचाया जा सकता था।लेकिन हो नहीं पाया और लाखों की हानि व्यापारियों को उठानी पड़ी।
भोपाल। राजधानी में न्यूमार्केट के अंडरग्राऊंग पाथवे में संचालित कपड़े की दुकानों में रविवार रात्रि आग लग गई। जिससे लगी अन्य दुकान भी आग की चपेट में आ गई जिनमें लाखों रूपये का सामान जलकर खाक हो गया। नगर निगम की दमकल कर्मियों ने पहुंचकर आग पर काबू पा लिया है। प्राप्त जानकारी अनुसार राजधानी के न्यूमार्केट में रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है जिसके चलते यहां पर आज जनता का आवागमन अधिक रहता है। इसके लिए लोग न्यू मार्केट के मुख्य मार्ग को पास करने के लिए अंडरग्राऊंड पाथवे का उपयोग करते हैं जिसमें 10 से 12 दुकानें बनी हुई है जिसमें कपड़ा, जूते, मोबाईल सहित अन्य दुकानें संचालित की जाती है। साथ ही जनता के लिए बने मार्ग में अतिक्रमण कर छोटे व्यापारियों द्वारा 20 से 25 दुकानों का संचालन भी किया जाता है। जिसके चलते यहां पर काफी भीड़ रहती है। उक्त पाथवे बाजार में कपड़े की दुकान में आग लग गई । जब तक व्यापारी कुछ समझ पाता तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और उससे लगी 4 से 5 दुकानें भी चपेट में आगई। जिंसकी सूचना नगर निगम के दमकल विभाग को दे दी गई । दमकल कर्मियों द्वारा बड़ी मशक्कत के बाद काबू किया जा सका। तब तक लाखों रूपये का सामान जलकर खाक हो गया। पुलिस मौके पर पहुचं कर जांच आग लगने का कारणों की जाँच कर रही है।
अतिकमण के चलते फसे लोग
पाथवे में अतिक्रमण को लेकर नगर निगम अधिकारियों को कई बार शिकायतें की जा चुकी है। साथ ही सीएम हेल्पलाईन में भी शिकायतें लंबित हैं। उनका आजतक निराकरण नहीं किया जा सका है। इसी तरह की घटनाओं को लेकर आशंका जाताई जाती थी। लेकिन अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही एक बार दिखावे के लिए की जाती रही है। उसके बाद फिर पूरे अंडरग्राऊंड पाथवे मार्ग में दोनों तरफ दुकानें सज जाती थी।वहीं स्थाई दुकान संचालकों के द्वारा भी अपनी दुकान के बाहर तीन फिट तक दुकानों को बढ़ाकर संचालन किया जा रहा था। जिससे जनता को निकलने के लिए दो से तीन फिट का रास्ता मिलता था। एैसे में इस तरह की घटना होने पर दमकल कर्मियों को कार्य करने में बाधा आती है।
फायर सेफ्टी की नहीं है व्यवस्था
पाथवे की दुकानों को लेकर निगम के द्वारा निर्माण के समय फायर उपकरणों का ध्यान नहीं दिया गया। जिससे इस आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मियों का इंतजार करना पड़ा। अगर फायर सुरक्षा की व्यवस्था होती तो अन्य दुकानों को आग की चपेट में आने से बचाया जा सकता था।लेकिन हो नहीं पाया और लाखों की हानि व्यापारियों को उठानी पड़ी।