
एशेज सीरीज के पहले मैच में शानदार जीत हासिल करने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम अब डे-नाइट टेस्ट में इंग्लैंड से भिड़ेगी. ऑस्ट्रेलिया कभी डे-नाइट टेस्ट नहीं हारा है और ऐसे में इंग्लैंड के लिए पहले मैच में हार के बाद मुश्किलें और ज्यादा बढ़ी हुई लग रही हैं. ऑस्ट्रेलिया ने अब तक गुलाबी गेंद से आठ टेस्ट मैच खेले हैं और उन सभी में उसने जीत दर्ज की है. ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिसबेन में पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड को नौ विकेट से हराया था और वह इस मैच में बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ उतरेगा.
ऑस्ट्रेलिया के लिये हालांकि वॉर्नर की फिटनेस चिंता का विषय है जिन्होंने पहले मैच में कुछ जीवनदान मिलने के बाद 94 रन बनाये थे. इस दौरान दो बार उनकी पसलियों पर चोट लगी थी. वह इंग्लैंड की दूसरी पारी में फील्डिंग के लिये नहीं उतरे थे. एडिलेड में अभ्यास के दौरान वॉर्नर असहज महसूस कर रहे थे. उन्हें हालांकि ऑस्ट्रेलियाई प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है और कप्तान पैट कमिन्स को उम्मीद है कि वह मैच के लिये फिट हो जाएंगे.
वॉर्नर हर हाल में खेलना चाहते हैं दूसरा टेस्ट
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कमिन्स ने कहा, ‘वॉर्नर फिट हो जाएंगे. उन्होंने बल्लेबाजी अभ्यास किया, वो थोड़े असहज थे लेकिन मैं वॉर्नर को जानता हूं और वो इस मैच से बाहर नहीं होना चाहते थे.’ ऑस्ट्रेलिया की टीम में एक बदलाव किया गया है. चोटिल जोश हेजलवुड की जगह झाय रिचर्डसन को टीम में लिया गया है.
डे-नाइट टेस्ट में इंग्लैंड का खराब रिकॉर्ड
जहां ऑस्ट्रेलिया का डे-नाइट मैचों में शानदार रिकॉर्ड है वहीं इंग्लैंड ने गुलाबी गेंद से जो चार मैच खेले हैं उनमें से उसने केवल एक में जीत दर्ज की है. उसने यह जीत वेस्टइंडीज के खिलाफ 2017 में घरेलू मैदान पर हासिल की थी. इंग्लैंड को इस सीरीज में डे-नाइट मैचों में अपना रिकॉर्ड सुधारने के दो अवसर मिलेंगे. होबार्ट में होने वाला पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच भी गुलाबी गेंद से खेला जाएगा. पहले यह मैच पर्थ में खेला जाना था लेकिन पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण इसका स्थान बदलना पड़ा.
बेन स्टोक्स के फिट होने से इंग्लैंड को राहत
एडिलेड में उतरने से पहले इंग्लैंड ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के घुटने की चोट को लेकर चिंतित है जिसके कारण वह ब्रिसबेन टेस्ट में केवल 12 ओवर ही गेंदबाजी कर पाये थे. लेकिन मंगलवार को उन्होंने अभ्यास के दौरान लगभग एक घंटे तक गेंदबाजी करके संकेत दे दिये कि वह फिट हैं. इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा, ‘पिछले मैच में निश्चित तौर पर स्टोक्स के घुटने में परेशानी थी लेकिन वह पूरे दमखम के साथ वापसी कर सकते हैं. हमारे पास सभी तरह के विकल्प हैं.’ सभी विकल्प का मतलब अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की वापसी भी है. उन्हें पहले टेस्ट मैच में विश्राम दिया गया था. दोनों फिट हैं. चार साल पहले दिन-रात्रि टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार पांच विकेट हासिल करने वाले 39 वर्षीय एंडरसन ने मंगलवार को 40 मिनट तक गेंदबाजी की.
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन: डेविड वॉर्नर, मार्कस हैरिस, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ, ट्रैविस हेड, कैमरन ग्रीन, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिन्स (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लायन, झाय रिचर्डसन.
इंग्लैंड की 12 सदस्यीय टीम: जो रूट (कप्तान), जिम्मी एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जॉस बटलर, हसीब हमीद, जैक लीच, डेविड मलान, ऑली पोप, ऑली रॉबिनसन, बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स.
ये भी पढ़ें-Ashes 2021: IPL के करोड़पति खिलाड़ी की ऑस्ट्रेलियाई टीम में एंट्री, दूसरे टेस्ट में इस दिग्गज की लेगा जगह