
इगलास विधानसभा सीट (Iglas Assembly Seat) अलीगढ़ जिले की 7 विधानसभा सीटों में से एक है. यह हाथरस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अलीगढ़ जिले की 7 विधानसभा सीटों पर कब्जा किया था. इगलास विधानसभा क्षेत्र (Iglas Assembly Seat) जाट बहुल है. यही कारण है कि भाजपा चुनाव के नजदीक आते ही इस क्षेत्र में सीएम योगी की जनसभाओं से लेकर कई कार्यक्रमों को कराया जा रहा है. आचार संहिता लगने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ इगलास क्षेत्र में कई योजनाओं का लोकार्पण कर सकते हैं.
इगलास विधानसभा सीट पर चुनावों के आंकड़े
इगलास विधानसभा सीट (Iglas Assembly Seat) पर 1996 के चुनाव में भाजपा के मलखान सिंह विधायक चुने गए थे. 2002 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विजेंद्र सिंह इस सीट से विधायक चुने गए थे. 2007 के विधानसभा चुनाव में रालोद के बिमलेश सिंह विधायक चुने गए थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में रालोद ने लगातार दूसरी बार इस सीट को अपने कब्जे में किया था.
2012 के विधानसभा चुनाव में रालोद के प्रत्याशी त्रिलोकी राम यहां से जीतकर विधायक बने थे. उन्होंने बसपा के राजेन्द्र कुमार को चुनाव हराया था. इस चुनाव में रालोद के त्रिलोकी राम को 66,146 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नम्बर पर रहे बसपा के राजेंद्र कुमार को 57,953 वोट मिले थे. वहीं सपा के कन्हैया लाल को 33,416 वोट मिले थे. जबकि भाजपा की राम सखी को 19,793 वोट मिला था और वह 4 नम्बर पर थीं.
2017 विधानसभा चुनाव के आंकड़े
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Iglas Assembly Seat) से भाजपा के राजवीर दिलेर चुनाव जीतकर विधायक बने थे. उन्होंने इस चुनाव में बसपा के राजेन्द्र कुमार को हराया था. इस चुनाव में भाजपा के राजवीर दिलेर को 1,28,000 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नम्बर पर रहे बसपा के राजेंद्र कुमार को 53,200 वोट मिले थे. वहीं तीसरे नम्बर पर रालोद की सुलेखा सिंह थीं, जिन्हें 28,141 वोट मिले थे, चौथे नम्बर पर कांग्रेस के गुरुविंदर सिंह थे, उन्हें 20,934 वोट मिले थे.
2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टियों का वोट शेयर
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Iglas Assembly Seat) पर भाजपा का वोट शेयर 55.5 प्रतिशत था, जबकि दूसरे नंबर पर रही बसपा का वोट शेयर 22.88 प्रतिशत था. वहीं तीसरे नंबर पर रालोद थी, जिसका वोट शेयर 12.1 प्रतिशत था, जबकि चौथे नंबर पर कांग्रेस रही, जिसका वोट शेयर 9 प्रतिशत था.
2019 में खाली हुई सीट पर दोबारा बीजेपी हुई काबिज
2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से विधायक चुने गए राजवीर दिलेर के हाथरस से सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हो गयी थी, जिसके बाद हुए उपचुनाव में भाजपा के राजकुमार सहयोगी ने इस सीट को दोबारा जीतकर भाजपा की झोली में डाल दिया. वह यहां से मौजूदा भाजपा के विधायक हैं.
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