
यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) पास आते ही दर दल हिंदुत्व की राजनीति पर अपना ध्यान लगा रहा है. हर दल साधु-संतों को लुभाने के लिए पूरी जोर-आजमाइश कर रहा है. विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल वोट बैंक को मजबूत करने के लिए ब्रज क्षेत्र (Braj Vote Bank) में संतों के साथ भोज आयोजित कर रहे हैं. पिछले महीने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृंदावन में करीब लगभग 500 संतों को भोजन कराया था. इसके साथ ही 2022 के चुनाव के लिए बिगुल फूंका था. इसके साथ ही कल बीएसपी भी संतों को भोजन कराने की प्लानिंग कर रही है.
बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने ऐलान किया कि बीएसपी कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर वृंदावन में 1,000 संतों को भोजन (Meal With Saint) कराएगी. 19 नवंबर को राधा निवास आश्रम में होने वाले इस कार्यक्रम में संतों का भी सम्मान किया जाएगा. बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि वृंदावन से हमारा पुराना लगाव है. वृंदावन के संतों की मांग पर बीएसपी सरकार ने क्षेत्र को 300 करोड़ रुपये की योजनाएं दी थीं.
‘पार्टियों को विकास पर ध्यान देना चाहिए’
हिंदुस्तानी बिरादरी के विशाल शर्मा ने कहा कि संतों, साधुओं, मनीषियों, उलेमाओं को खाना खिलाना और उनके साथ खाना बांटना बहुत बड़ा पुण्य है, लेकिन राजनीतिक एजेंडे के लिए ऐसा करना उचित नहीं है. विशाल शर्मा ने कहा कि पार्टियों को विकास पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टियों को गरीबी, मुद्रास्फीति को दूर करने और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अपने विजन को शेयर करना चाहिए.
संतों संग खाना खाएगी बीएसपी
सामाजिक कार्यकर्ता समीर ने कहा कि एक समय था जब लोग धर्मगुरुओं के एक आह्वान पर मतदान करते थे, लेकिन हालात बदल गए हैं. लोग अब भी धार्मिक नेताओं की बात तो सुनते हैं लेकिन अपनी पसंद के मुताबिक वोट करते हैं. यूपी विधानसभा चिनाव पास आते ही सभी दलों की नजर हिंदू वोट बैंक पर भी है. यही वजह है कि अब कांग्रेस भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल पड़ी है. प्रियंका गांधी इन दिनों मंदिरों में मत्था टेकते नजर आ रही हैं. वहीं अब बीएसपी भी ब्रज वोटर्स को लुभाने के लिए संतों का सहारा ले रही है. यही वजह है कि बीएसपी अब संतों को भोजन कराने जा रही है. इससे पहले सीएम योगी ने भी साधु-संतों के लिए भोज आयोजित किया था.