
राष्ट्रपति जो बाइडन (President Joe Biden) ने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर कर लेने के अपने पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के लिए संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी. बाइडेन सोमवार को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में शिखर सम्मेलन संबोधित कर रहे थे, जहां विश्व के नेता सदी के मध्य तक वैश्विक तापमान को सीमित करने के समझौते को लागू करने पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, ‘‘मुझे माफी नहीं मांगनी चाहिए, लेकिन मैं इस तथ्य के लिए माफी मांगता हूं कि अमेरिका की पूर्ववर्ती सरकार ने देश को पेरिस समझौते से हटा लिया और हमें लक्ष्य से थोड़ा पीछे कर दिया.’’
बाइडेन ने जलवायु के प्रति पिछले प्रशासन के दृष्टिकोण की अक्सर आलोचना की है, लेकिन इससे पहले दुनिया के समक्ष सार्वजनिक रूप से खेद नहीं जताया था. बाइडन ने 20 जनवरी को कार्यभार संभालने के बाद पेरिस समझौते में फिर से लौटने की प्रतिबद्धता जताई थी.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए बाइडेन ने कहा, ”हम में निवेश करने और एक स्वच्छ ऊर्जा वाले भविष्य का निर्माण करने की क्षमता है. इस प्रक्रिया में दुनिया भर में लाखों रोज़गार के अवसर पैदा होंगे. इससे हमारे बच्चों के लिए स्वच्छ हवा, हमारे ग्रह के लिए स्वस्थ वन और पारिस्थितिकी तंत्र तैयार होगा.
‘अमेरिका दुनिया के सामने उदाहरण पेश करेगा’
बाइडेन ने कहा, हम दिखाएंगे कि अमेरिका दुनिया के सामने उदाहरण पेश करेगा और शक्ति से नेतृत्व करेगा. हमारा प्रशासन जलवायु प्रतिबद्धताओं को शब्दों में नहीं बल्कि कार्यों के जरिए पूरा के लिए लगातार काम कर रहा है.
वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेश ने कहा कि व विविधता के साथ क्रूर बहुत हुई, कार्बन के साथ खुद को मारना बहुत हुआ, प्रकृति के साथ शौचालय जैसा व्यवहार बहुत हुआ। हम अपनी कब्र खुद खोद रहे हैं. हमारी आंखों के सामने हमारा ग्रह बदल रहा है.
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