
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने बृहस्पतिवार को रामायण को ‘सर्वकालिक महाग्रंथ’ बताते हुए कहा कि इसमें बताया गया है कि कर्तव्य निर्वहन भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना अपने अधिकारों के लिए दावा करना. उन्होंने युवकों से कहा कि मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने के लिए वे भगवान राम से प्रेरणा लें.
नायडू ने शशि किरण द्वारा लिखित पुस्तक ‘श्रीमदरामायणम’ का विमोचन करने के बाद कहा कि एक शासक के तौर पर उन्होंने नेतृत्व, सुशासन और कानून के शासन जैसे उच्च गुणवत्ता को प्रदर्शित किया. इस पुस्तक में भगवान राम के जीवन का वर्णन है. नायडू ने कहा, ‘परिवार, जनता और साम्राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए भगवान राम मानवता के आदर्श हैं.’ नायडू ने कहा कि भगवान राम ने समाज के हित में नि:स्वार्थ जीवन जिया और कहा कि देश के युवा भी उनके जीवन से प्रेरणा लें.
‘देश में डिजिटल बदलाव के लिए प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी महत्वपूर्ण’
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि देश में डिजिटल और प्रौद्योगिकीय बदलाव लाने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि लोगों की बेहतरी के लिए व्यवस्था और देश में बदलाव ही लक्ष्य होना चाहिए. ‘बेंगलुरु टेक समिट’ के 24वें संस्करण का उद्घाटन करने के बाद उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले दिनों में हमें ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था, डिजिटलीकरण और इनोवेशन को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करना चाहिए.
उन्होंने कहा, “हमारे देश में डिजिटल भारत कार्यक्रम जारी है और हमने आधार जैसी सुविधा से डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) और लोगों तक विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ पहुंचाने के मामले में अहम प्रगति की है.’’ उन्होंने कहा कि नीति और कार्यक्रम संसद में तय होते हैं लेकिन सबसे अहम हैं इनसे होने वाले लाभों का जनता तक पहुंचना और इसके लिए हमें प्रौद्योगिकीय सुविधाओं का फायदा उठाना होगा और नए विचार सामने लाने होंगे.
उन्होंने कहा, ‘सरकार की ओर से उठाए गए कदम बहुत महत्वपूर्ण हैं. मैं निजी क्षेत्र की भागीदारी का भी आग्रह करता हूं और महसूस करता हूं कि रोजगार पैदा करना, नवोन्मेषी तरकीबों को आजमाना और डिजिटल एवं प्रौद्योगिकीय बदलाव देश में आवश्यक हैं.’
इस समारोह में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, राज्य के सूचना एवं प्रौद्योगिकी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सी एन अश्वथ नारायण, उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी, बायोकॉन की प्रमुख किरण मजूमदार शॉ सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.
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