
कोरोना वायरस महामारी का दो साल का अतीत आज भी पूरी दुनिया को डरा रहा है. अब आगे का भविष्य भी खतरनाक नजर आ रहा है. पूरी दुनिया कोरोना के एक नए वेरिएंट को लेकर और भी डर गई है. दक्षिण अफ्रीका में कोविड वायरस का सबसे खतरनाक वेरिएंट मिला है. भारत समेत दुनिया के अधिकतर देशों में नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया है. वायरस से बचने के लिए द.अफ्रीकी देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगने लगे हैं. 10 बार म्यूटेशन के बाद बेहद खतरनाक हो चुका है नया वायरस.
WHO ने नए वेरिएंट को लेकर दुनिया को आगाह किया. नए वेरिएंट का कहर अब बेल्जियम तक पहुंच गया है. वहां के मरीज ने नए वेरिएंट के पहले मरीज की पुष्टि की है. यूरोप में कोरोना के नए वेरिएंट के मरीज का पहला केस सामने आया है. बेल्जियम ने कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया है.
कोरोना के नए वेरिएंट B.1.1.529 को लेकर WHO ने शुक्रवार को बैठक भी की. WHO ने कोरोना के नए वेरिएंट को चिंताजनक की श्रेणी में रखा है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि नए वेरिएंट के खतरे को समझने में अभी कुछ समय लगेगा.
कोरोना के नए वेरिएंट से सहमा हुआ है WHO
कोरोना का ये नया वेरिएंट कितना खतरनाक होगा, इसका अभी अंदाजा नहीं है. इस वायरस के खतरे को समझने में भी अभी हफ्तों का वक्त लगेगा. लेकिन शुरुआती जांच में जो पता चला है. वो बता रहा है कि ये खतरा बहुत ही बड़ा होगा. इस पर वैक्सीन भी कम कारगर होगी. लेकिन भारत के लिए सबसे बड़ा सवाल बच्चों की सुरक्षा को है. देश की वयस्क आबादी को तो 120 करोड़ कोरोना टीके की डोज दी जा चुकी है. 18 साल से कम उम्र के एक भी बच्चे को अभी टीका नहीं दिया जा सकता है. जबकि महामारी का एक नया वायरस दरवाजे पर खड़ा है.
ये खतरा इतना बड़ा है कि दुनिया भर के वैज्ञानिक सहमे हुए हैं. WHO का माथा ठनका हुआ है और सारे ही देश डरे हुए हैं. क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का जो वायरस म्यूटेट हुआ है, उसे शुरुआती जांच में ही विनाशकारी पाया गया है. लेकिन ये विनाश कितना बड़ा होगा. ये समझने में भी अभी हफ्तों तक वक्त लग जाएगा.
शुरुआती जांच में पता चला है कि कोरोना वायरस के इस वेरिएंट में कई बार म्यूटेशन हुआ है. जिसकी आगे भी जांच करनी पड़ेगी. हमें ये समझने में अभी कुछ हफ्ते का वक्त लगेगा कि इस वेरिएंट का क्या असर होगा. रिसर्चर अभी आगे भी शोध कर रहे हैं ताकि इस वायरस के खतरे को समझ सकें. दक्षिण अफ्रीका में म्यूटेट हुए कोरोना वायरस का पूरा असर क्या होगा? ये समझने में अभी वक्त लगेगा. लेकिन शुरुआती जांच में ये साफ हो चुका है कि शर्तिया तौर पर ये म्यूटेशन विनाशकारी साबित होगा.
अल्फा और डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक
अभी तक कोरोना के अल्फा और डेल्टा वेरिएंट को पहले खतरनाक बताया जाता रहा. लेकिन इससे भी ज्यादा खतरनाक वायरस दक्षिण अफ्रीका में म्यूटेट हुआ है.
लेकिन कोरोना का ये नया वेरिएंट इतनी बार म्यूटेट हो चुका है कि इसे लेकर वैज्ञानिकों के हाथ पैर फूल गए हैं. कोई इसे खौफनाक बता रहा है तो कोई कोरोना के म्यूटेशन का सबसे वीभत्स रूप. अब नया वायरस कितनी तेजी से फैलेगा. दुनिया के किन-किन देशों को चपेट में लेगा. ये कोई नहीं जानता. लेकिन हर देश अब एहतियात बरतने लगा है और भारत की भी इस पर पैनी नजर है.
माना जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीकी प्रांतों में इसका संक्रमण पाया गया है. लेकिन ये अफ्रीका से आगे फैल चुका है. जिसको ट्रेस करना मुश्किल है. लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने इसके खतरे से दुनिया को आगाह किया है. Centre for Epidemic Response and Innovation in South Africa के डायरेक्टर ने बताया है कि कोविड के अब तक के वेरिएंट से ये बहुत ही अलग है. अब तक दुनिया में वायरस के 50 म्यूटेशंस हो चुके हैं. जिनमें से सबसे ज्यादा खतरनाक पाया गया है डेल्टा वेरिएंट. लेकिन खतरा इसी से समझा जा सकता है कि डेल्टा में सिर्फ दो म्यूटेशन हुए थे. जिसने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया था. जबकि नए वेरिएंट ने 10 म्यूटेशन किए हैं और इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नया वायरस कितना खतरनाक साबित हो सकता है.
न्यू वेरिएंट के कहां पर कितने केस
अब आपको बताते हैं कि कोरोना वायरस के न्यू वेरिएंट के कहां पर कितने केस आए हैं.
दक्षिण अफ्रीका- 77 केस की पुष्टि, 990 संभावित
बोत्सवाना- 4 केस की पुष्टि, संभावित एक भी नहीं
हांग कांग- 2 कंफर्म केस, संभावित एक भी नहीं
इजरायल- 1 कंफर्म और 2 संभावित केस
बेल्जियम- 1 कंफर्म केस और 1 संभावित
यानी कुल 85 केस में पुष्टि हो चुकी है और 993 संभावित केस हैं.
दुनिया हैरान है कि अब तक अगर डबल म्यूटेटेशन ने इतनी तबाही मचाई है. तो दस बार म्यूटेट कर चुका वायरस कितना खतरनाक होगा. इसलिए पूरी दुनिया में हड़कंप है. ब्रिटेन ने 6 देशों की फ्लाइट पर पाबंदी लगा दी है. जहां पर नया वेरिएंट पाया गया है. इजरायल ने सात अफ्रीकी देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है. इनमें साउथ अफ्रीका, लेसोथो, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मोजांबिक और नामीबिया शामिल हैं.
जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेम्स स्पैन ने कहा है कि वह अधिकतर दक्षिण अफ्रीकी देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाएगा. इटली ने अधिकतम सावधानी बरतते हुए कहा है कि वह देश में उन लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाएगा. जिन्होंने दक्षिण अफ्रीकी देशों की यात्रा की है. भारत ने अभी यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है लेकिन बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, हांग कांग के लोगों के यात्रियों को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा है.
दरअसल हांग कांग में दक्षिण अफ्रीका से आए दो यात्रियों में नए वैरिएंट के कन्फर्म केस पाए गए हैं. इसके बाद से ही उनके संपर्क में आने वालों की तलाश तेज कर दी गई है और भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रभावित राज्यों से आ रहे यात्रियों की कड़ी जांच करने का निर्देश दिया है.
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