
अब फिक्र कोरोना संक्रमण की. जिसको लेकर केंद्र सरकार ने आज 3 महीने अलर्ट रहने के लिए कहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज देशवासियों को 3 महीने यानी अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर अलर्ट रहने की अपील की गई है. इन तीन महीनों में लोगों से किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के लिए कहा गया है. जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन करने के लिए कहा गया है.लेकिन इन तीन महीनों में आखिर ऐसा क्या है. जो संक्रमण बढ़ने का इतना ज्यादा डर है..दरअसल, उसकी वजह है इन तीन महीनों में एक के बाद एक त्योहारों का पड़ना…और फेस्टिव सीजन का आगाज आज नवरात्रि की शुरुआत के साथ हो गया है
आज से शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ ही कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरा देश आदिशक्ति की भक्ति में रम गया है. माना त्योहार है, लेकिन कोरोना का खतरा बरकरार है. आस्था जरूरी है आज से नवरात्रि सावधानी बरते तो एहतियात भी की शुरुआत संक्रमण से बचे. लेकिन ये आस्था…आफत को न्यौता ना दे.कोरोना संक्रमण की नई लहर को निमंत्रण ना दे. इसके लिए जरूरी है वो तमाम एहतियात बरतना…जिनसे आस्था और परंपरा को निभाते हुए भी संक्रमण से बचा जा सकता है. अपने आराध्य के लिए आपके मन में जितनी अगाध श्रद्धा है.उतनी ही फिक्र अपनी, अपने परिवार और अपने देश की होनी चाहिए.क्योंकि कोरोना का कहर भले कम हो गया हो, लेकिन कोरोना का खात्मा नहीं हुआ है.
नवरात्रि के पहले दिन कोरोना की कई तस्वीरें आईं सामने
हमें ये समझना चाहिए कि वायरस अभी भी हमारे बीच है वायरस मौका ढूंढ रहा है कि कैसे एक से दूसरे व्यक्ति तक फैले उसको रोकने के लिए कोविड अनुकूल व्यवहार बहुत जरूरी है. फिक्र इसलिए भी बढ़ गई है, क्योंकि आज नवरात्रि के पहले दिन ही कई तस्वीरें सामने आईं, जिनमें मंदिरों में लोग बिना मास्क के दिखे…सोशल डिस्टेंसिंग को भूलते दिखे. ये तस्वीरें वैष्णो देवी के दर्शन के लिए पहुंचे कटरा पहुंचे श्रद्धालुओं के सैलाब की हैं. यहां ज्यादातर लोगों के चेहरे पर मास्क तो नजर आए लेकिन जो लाइन लगी थी, उसमें सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार होते दिखी.अब जरा ये तस्वीरें देखिए..ये वाराणसी की तस्वीरे हैं, जहां दुर्गा मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर किसी के भी चेहरे पर मास्क नहीं था और दो गज की दूरी की तो बात ही छोड़ दें. ऐसा नहीं है कि हर जगह लापरवाही बरती जा रही है. ये तस्वीरें दिल्ली के छतरपुर मंदिर की हैं. जहां भक्तों के चेहरे पर मास्क भी दिखे और सोशल डिस्टेंसिंग भी नजर आई
नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही महाराष्ट्र में भी धार्मिक स्थल दोबारा खुले.19 महीने बाद जब मुंबा देवी मंदिर के कपाट खुले तो सीएम उद्धव ठाकरे भी दर्शन के लिए पहुंचे. भक्तों की भीड़ तो दिखी, लेकिन मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी दिखा आस्था और परंपरा को निभाना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी इस कोरोना काल में संक्रमण को रोकने के लिए सावधानी बरतना भी जरूरी हैऔर ये सिर्फ नवरात्रि के लिए नहीं है. आगे आने वाले हर त्योहार के लिए भी अनिवार्य है.
दशहरा की बात करें, दुर्गा पूजा की बात करें करवाचौथ, छठ पूजा या दिवाली की बात करें ऐसे कई त्योहार हैं, जो अब आ रहे हैं. लेकिन जैसे-जैसे ये त्योहार आ रहे हैं. तो हमें सावधानी बरतने की भी जरूरत है. ये ठीक नहीं होगा कि हमने त्योहार तो मनायालेकिन उसके कारण केस एकदम से बढ़ गए.कई लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ाICU में जाना पड़ा, तो वो त्योहार का निगेटिव इफेक्ट हो जाएगा. साफ है कि अगर कोरोना के डर का ख्याल रखा गया. सावधानी बरती गई, तब ही त्योहार खुशियां देंगे.अगर लापरवाही बरती गई, तो हालात विस्फोटक हो सकते हैं.
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