
दुनिया के कई मुल्कों में कोरोना (Corona Virus) की फिर से वापसी हो चुकी है. कई देशों आज कोरोना की मार से फिर से कराहने लगे हैं.ब्रिटेन में एक दिन में 40 हजार से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं.ज्यादातर मामले कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के हैं. रूस में भी ऐसी ही स्थिति है. रूस में हर रोज मौत का आंकड़ा 1000 से ऊपर पहुंच चुका है. जिस चीन से कोरोना की विदाई का दावा किया गया था वहां भी इस वायरस की वापसी हो चुकी है. कई शहरों में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है.
क्या आने वाले दिनों में कोरोना और ज्यादा कहर बरपाने वाला है ? क्या कोरोना के कहर से एक बार फिर दुनिया में लॉकडाउन लगने वाला है ?इन सवालों को जन्म दिया है चीन, ब्रिटेन और रूस में लगातार बिकराल होते हालात नेजिसने दुनिया में नई लहर की आशंकाओं को और डरावना आकार दे दिया है.
कोरोना की कहानी में चंद हफ्ते पहले तक लगने लगा था कि इन देशों में वायरस से संक्रमण की रफ्तार खत्म होने के कगार पर है.लेकिन अब सिर्फ चंद हफ्तों में ही कोरोना कथा में यहां ऐसे-ऐसे अध्याय जुड़े है कि ये कभी न खत्म होने वाली एक पहेली लगने लगी है.
डेल्टा वेरिएंट के नए स्वरूप ने बढ़ाई परेशानी
दुनिया में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ने के साथ यही लग रहा था कि कोरोना वायरस के कहर से जल्द ही दुनिया सुरक्षित हो जाएगी.दहशत की कहानी का द एंड होगा और दुनिया फिर से अपनी रफ्तार से चलेगी.लेकिन अब ये मुश्किल लग रहा है क्योंकि डेल्टा वैरिएंट्स के नए रूप से संक्रमण की खबरों का सिलसिला ना सिर्फ जारी है. बल्कि चीन जैसे देश को लॉकडाउन लगाने पर मजबूर कर दिया है. चीन ने 40 लाख की आबादी वाले लांझोउ शहर में लॉकडाउन लगा दिया है.
लोगों से कहा गया है कि इमरजेंसी होने पर ही घरों से बाहर निकलें. सरकारी टीम ने पूरे शहर में बड़े पैमाने पर कोरोना टेस्टिंग शुरू की है. संक्रमित पाए जाने वाले लोगों को क्वारंटीन किया जा रहा है. इनर मंगोलिया की एजिन काउंटी में भी लॉकडाउन की घोषणा की गई है और लोगों को घर में रहने के लिए कहा गया है. फिलहाल एजिन कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है.
चीन के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट का संक्रमण तेजी से बढ़ा है. कोरोना से चीन के बिगड़ते हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं. करीब एक हफ्ते में कोविड इंफेक्शन 11 राज्यों में फैल गया है बीजिंग समेत इनर मंगोलिया, गांसु, निंग्जिया और गुइझोउ में कोविड इंफेक्शन के मामले तेजी से बढ़े हैं. इन राज्यों में यात्रा पर रोक लगा दी गई है. साथ ही ट्रेनों की आवाजाही पर भी पाबंदी है.
दुनिया में लॉकडाउन रिटर्न की आहट
नेशनल हेल्थ कमीशन के अलर्ट से साफ है कि डेल्टा वेरिएंट का नया रूप संक्रमण के नए और घातक संस्करण की आहट दे रहा है, लिहाजा केस बढ़ने के साथ ही डर का ग्राफ बढ़ना स्वाभाविक है. ऐसे में सिर्फ चीन नहीं, बल्कि दुनिया में लॉकडाउन रिटर्न की आहट एक बार फिर आने लगी है.रूस में कोरोना के बढ़ते केस और मौत से पूरा मुल्क सहमा हुआ है. रूस में 26 अक्टूबर को 36,000 से ज्यादा नए केस सामने आए. जबकि कोरोना से 1100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. यहां अब तक कोरोना से 2,26,353 लोगों की मौत हो चुकी है.
ये यूरोप में किसी देश में सबसे ज्यादा है. जरा सोचिए. रूस में ये हालात तब है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कर्मचारियों के लिए एक हफ्ते की पेड लीव का ऐलान किया है. फिर भी संक्रमण की रफ्तार बेकाबू है.
रूस में कोरोना के बढ़ रहे केसों के लिए टीकाकरण की धीमी रफ्तार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. बहुत हद तक यही वजह ब्रिटेन को भी भारी पड़ी है और ये वहां के कोरोना ग्राफ को देखकर समझा जा सकता है. क्योंकि कोरोना का शांत पड़ता कहर, एक बार फिर से सिर उठा रहा है. ब्रिटेन में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 40,954 नए मामले सामने आए हैं. जबकि इस दौरान 263 मौत भी दर्ज की गई है.
ये सिलसिला कई दिनों और हफ्तों से जारी है, जिसके चलते ब्रिटेन में सख्त कोविड प्रतिबंध लगाने की मांग बढ़ी है प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर दबाव बनाया जा रहा है कि अब सरकार प्लान C पर काम करें. चीन, रूस और ब्रिटेन में जो भी हो रहा है उससे तो यही संकेत मिल रहे हैं कि दुनिया में लॉकडाउन लौट रहा है.