
मेघालय के मंत्री सनबोर शुलाई ने शुक्रवार को केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात करके टैगोर सांस्कृतिक परिसर के निर्माण का आग्रह किया. मेघालय के कला और संस्कृति मंत्री ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय मंत्री के साथ टैगोर सांस्कृतिक परिसर योजना के तहत भवन निर्माण से संबंधित मुद्दे पर चर्चा की.
मेघालय के मंत्री ने जी किशन रेड्डी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि यह रवींद्रनाथ टैगोर के साथ राज्य के जुड़ाव के लिए प्रशंसा का प्रतीक होगा. नोबेल पुरस्कार विजेता ने 1919, 1923 और 1927 में शिलांग का दौरा किया था, जो उस समय अविभाजित असम की राजधानी थी. जब उन्होंने 1928 में दक्षिण भारत की अपनी यात्रा के दौरान ‘शेशेर कोबिता’ (अंतिम कविता) लिखी, तो पुस्तक के 17 अध्यायों में से 13 उनके शिलांग प्रवास से प्रेरित थे.
उन्होंने कहा, ‘मैंने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की और मंत्रालय से टैगोर परिसर को अगले साल राज्य के 50वां वर्ष मनाने से पहले मंजूरी देने का आग्रह किया.’ मेघालय को 1970 में असम के भीतर एक स्वायत्त राज्य के रूप में बनाया गया था और 21 जनवरी, 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल किया था. सनबोर शुलाई ने कहा कि अगर यह परिसर मेघालय राज्य की राजधानी में बनता है तो यह पूर्वोत्तर क्षेत्र में पहला टैगोर सांस्कृतिक परिसर होगा.
असम-मेघालय सीमा पर ताजा विवाद
मेघालय का एक पुलिस अधिकारी बुधवार को राज्य और पड़ोसी राज्य असम के लोगों के बड़े समूहों में विवादित अंतर-राज्यीय सीमा क्षेत्र के पास आमने-सामने आने के बाद स्थिति नियंत्रित करने के प्रयास में घायल हो गया. यहां गत दिन भी दिक्कत उत्पन्न हुई थी. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. री-भोई जिले के पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी की स्थिति अब खतरे से बाहर है.
असम और मेघालय के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दोनों ओर के बल मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है. यह घटना असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के उमलापर में हुई, जहां मेघालय के री-भोई जिले के लगभग 250-300 लोगों का एक समूह उन दो व्यक्तियों से मिलने गया, जिनके साथ असम के पुलिस कर्मी ने सोमवार रात कथित रूप से दुर्व्यवहार किया था. सीमापार के प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान एक बंकर को क्षतिग्रस्त कर दिया था.
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