
ओडिशा के कालाहांडी जिले में पत्नी की मौत से व्यथित एक बुजुर्ग अंतिम संस्कार के दौरान महिला की जलती चिता पर कूद गया और जलने से उसकी भी मौत हो गई. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. यह घटना मंगलवार को जिले के गोलामुंडा ब्लॉक के सिआलजोडी गांव की है. पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक अंतिम संस्कार के बाद निलामणि सबर (65) के चार बेटे और रिश्तेदार परंपरा के अनुसार नजदीक के जलाशय में नहाने गए तो इस दौरान वह (सबर) अपनी पत्नी रायबड़ी (60) की जलती चिता पर कूद गए.
उन्होंने बताया कि सबर की मौके पर ही मौत हो गई. वह गांव की ग्राम पंचायत समिति के पूर्व सदस्य थे. के गांव थाने के प्रभारी निरीक्षक दामू पराजा ने बताया, “ हमने मौके पर मौजूद परिजनों और ग्रामीणों के बयान के आधार पर अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है.” उन्होंने कहा, “ पहली नजर में देखने से ऐसा लगता है कि व्यक्ति ने अत्यधिक दुखी होने के कारण यह कदम उठाया है.’ मामले में जांच जारी है.
संबलपुर जिले में एक 45 वर्षीय किसान ने की थी आत्महत्या
वहीं हाल ही में पश्चिमी ओडिशा के संबलपुर जिले में एक 45 वर्षीय किसान ने कथित तौर आत्महत्या कर ली है. परिवार का कहना है कि पहले तो फसल खराब हो गई. उसके बाद बहुत कम कीमत पर फसल की बिक्री करनी पड़ी. इससे परेशान किसान ने कीटनाशक पी लिया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दो दिनों के बाद मौत हो गई. संबलपुर जिले के कुडागुंदरपुर गांव के रहने वाले 45 वर्षीय कैबल्या रोहिदास फसल खराब होने के कारण हुए नुकसान से गंभीर मानसिक तनाव में थे. उनके बेटे ने कहा, “मेरे पिता ने पिछले रबी सीजन में दो क्विंटल धान का उत्पादन किया था, लेकिन वह अपनी उपज का केवल 45 किलोग्राम एमएसपीमपर बेच सके.” उनके बेटे दशरथ रोहिदास ने आरोप लगाया कि उन्हें ₹1.5 लाख का भारी नुकसान हुआ क्योंकि उन्हें धान का बचा हुआ स्टॉक बहुत सस्ते दामों पर बेचना पड़ा, जिससे उन्हें भारी मानसिक परेशानी हुई.
बेटे ने कहा था कि उसके पिता का तनाव और बढ़ गया था क्योंकि उन्हें एक सहकारी समिति से पावर टिलर खरीदने के लिए लिया गया कम से कम ₹72,000 का बकाया कर्ज वापस करना था. किसान की मृत्यु के बाद, कुचिंडा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नौरी नायक ने रोहिदास के घर का दौरा किया. उन्होंने आश्वासन दिया कि उनका ऋण माफ कर दिया जाएगा और परिवार को कम से कम ₹10 लाख की अनुग्रह राशि का भुगतान किया जाएगा.