
अफगानिस्तान में गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों की तरफ से भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है. एक अफगान अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि हवाई अड्डे पर हुए हमले में कम से कम 60 अफगान मारे गए और 143 अन्य घायल हुए हैं.
वहीं अमेरिका के दो अधिकारियों के मुताबिक हमले में 11 अमेरिकी सैनिकों और नौसेना का एक चिकित्साकर्मी भी मारे गए हैं. उन्होंने बताया कि हमले में 15 सैनिक भी घायल हुए हैं और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. इस बीच आतंकी समूह ISIS-K ने समूह के टेलीग्राम अकाउंट पर काबुल हवाई अड्डे पर हुए घातक दोहरे हमले की जिम्मेदारी ली है.
The terror group ISIS-K claimed responsibility for the deadly double attack at Kabul airport on the group’s Telegram account: SITE monitoring
— ANI (@ANI) August 26, 2021
वहीं अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी का काम देख रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा कि अमेरिका काबुल हवाईअड्डे के साजिशकर्ताओं का पता लगाएगा. उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि ये हमला इस्लामिक स्टेट समूह से अफगानिस्तान में संबद्ध लोगों ने अंजाम दिया है. उन्होंने आशंका जताई कि ऐसे और हमले हो सकते हैं. वहीं अफगानिस्तान में अस्पतालों का संचालन करने वाली इटली की एक संस्था ने कहा कि वो हवाईअड्डे पर हमले में घायल लोगों का कर रहे हैं जबकि कुछ घायलों ने अस्पताल लाने के दौरान दम तोड़ दिया.
There was no immediate claim of responsibility for the blasts, but US officials pointed the finger at Islamic State’s Afghan affiliate, ISIS-Khorosan, which has emerged as enemies of both the West and of the Taliban: Reuters #Afghanistan
— ANI (@ANI) August 26, 2021
काबुल में अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए जारी किया अलर्ट
काबुल में अमेरिकी दूतावास ने गुरुवार को काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर दो विस्फोटों के बाद अमेरिकी नागरिकों को हवाई अड्डे की यात्रा करने से बचने और हवाई अड्डे के गेट से बचने के लिए एक सुरक्षा अलर्ट जारी किया है. अफगानिस्तान में संस्था के प्रबंधक मार्को पुनतिन ने कहा कि सर्जन रात में भी सेवा देंगे. उन्होंने कहा कि घायलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है. वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हमले को बर्बर करार देते हुए कहा कि निकासी अभियान तेजी से जारी रखने की जरूरत है.
US Embassy in Kabul issued a security alert telling the American citizens to “avoid traveling to the airport and avoid airport gates,” following two explosions outside the Hamid Karzai International Airport in Kabul on Thursday. pic.twitter.com/QR8XeigQTL
— ANI (@ANI) August 26, 2021
जानकारी के मुताबिक एक हमलावर ने उन लोगों को निशाना बनाकर हमला किया जो गर्मी से बचने के लिए घुटनों तक पानी वाली नहर में खड़े थे और इस दौरान शव पानी में बिखर गए. ऐसे लोग जो कुछ देर पहले तक विमान में सवार होकर निकलने की उम्मीद कर रहे थे वो घायलों को एंबुलेंस में ले जाते देखे गए. उनके कपड़े खून से सन गए थे. ये विस्फोट ऐसे समय हुआ है जब अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान देश से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से हवाई अड्डे पर जमा हैं. काबुल हवाई अड्डे से बड़े स्तर पर लोगों की निकासी अभियान के बीच पश्चिमी देशों ने हमले की आशंका जताई थी.
हमले से पहले कई देशों ने लोगों से हवाईअड्डे से दूर रहने की अपील की थी
इससे पहले दिन में कई देशों ने लोगों से हवाईअड्डे से दूर रहने की अपील की थी, क्योंकि वहां आत्मघाती हमले की आशंका जताई गई थी. अमेरिका के एक अधिकारी का कहना है कि निश्चित तौर पर माना जा रहा है कि काबुल हवाई अड्डे के पास हुए हमले के पीछे आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट का हाथ है. इस्लामिक स्टेट समूह तालिबान से अधिक चरमपंथी है और इसने असैन्य नागरिकों पर कई बार हमले किए हैं. एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि क्षेत्र को निशाना बनाए जाने के बावजूद निकासी अभियान के लिए काबुल हवाईअड्डे से उड़ान भरी जा रही हैं.
ब्रिटिश सरकार ने गुरुवार को चेतावनी दी थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएस या आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला किए जाने की बहुत विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट है. ब्रिटिश सशस्त्र बल मंत्री जेम्स हेप्पी ने दिन की शुरुआत में बीबीसी से कहा कि बहुत विश्वसनीय खुफिया सूचना है कि अफगानिस्तान छोड़ने की कोशिश में काबुल हवाई अड्डे पर जमा हुए लोगों पर इस्लामिक स्ट्टेट जल्द ही हमला करने की योजना बना रहा है.
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(इनपुट- भाषा के साथ)