
पंजाब के अमृतसर के रुरल एरिया में ड्रोन के माध्यम से गिराए गए आरडीएक्स से भरा टिफिन बम, हैंड ग्रेनेड और कारतूस के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच शुरू कर दी है. पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी आतंकियों ने 9 अगस्त को इस घटना को अंजाम दिया था. जिसके बाद राज्य को अलर्ट पर रखा गया था.
पंजाब पुलिस ने अमृतसर के पाकिस्तानी सीमा से सटे डलिके गांव से IED बम और हैंड ग्रेनेड बरामद किया था. बच्चों के टिफिन बॉक्स में IED बम फिट किया गया था. 2-3 किलोग्राम आरडीएक्स बच्चों के लंच बॉक्स में पैक किया गया था. पंजाब पुलिस ने इस घटना पर कहा था कि अमृतसर के एक गांव से दो किलो से ज्यादा आरडीएक्स विस्फोटक के साथ एक टिफिन बॉक्स बम मिलने के बाद राज्य में हाई अलर्ट कर दिया गया है. यह बम संभवत: पाकिस्तान से उड़ाए गए ड्रोन के जरिये गिराया गया था.
रिमोट कंट्रोल या टाइमर से भी हो सकता था धमाका
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने कहा कि बम में रिमोट कंट्रोल या टाइमर के जरिये धमाका किया जा सकता था. गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया, ‘टिफिन बॉक्स बम को संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) कहा जा सकता है. आईईडी दो खन वाले टिफिन बॉक्स में रखा गया था और उस पर आकर्षक तस्वीर लगाई गई थी. बीती शाम अमृतसर के लोपोके पुलिस थाना क्षेत्र के धालिके गांव के निकट से यह बरामदगी की गई.’
उन्होंने कहा, ‘हमारा आकलन है कि इस बम को सीमा पार से ड्रोन के जरिये यहां पहुंचाया गया है.’ पुलिस के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले मिले बैग में टिफिन बम के अलावा कुछ हथगोले और कारतूस भी थे. डीजीपी ने कहा कि बाचीविंड के पूर्व सरपंच ने पुलिस को इलाके में ड्रोन की हरकत के बारे में सूचित किया था. विस्फोटक मिलने के बाद पंजाब पुलिस कई सीमावर्ती गांवों में तलाशी अभियान चला रही है.
‘हो सकता है केवल इसकी आपूर्ति का ठिकाना हो पंजाब’
टिफिन बम में स्विच प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है और इसे टाइमर के साथ जोड़कर भी विस्फोट किया जा सकता है. इसमें यू-आकार के दो चुंबकों के साथ एक चुंबकीय परिक्षेत्र भी है और एक छपा हुआ सर्किट बोर्ड है जो रिपोर्ट सिग्नल प्राप्त करने में मदद कर सकता है. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हो सकता है इसे किसी महत्वपूर्ण लक्ष्य के लिये इस्तेमाल किया जाना हो. हालांकि फिलहाल इस चरण में यह नहीं कहा जा सकता कि क्या यह विस्फोटक किसी शीर्ष राजनेता को निशाना बनाने के लिए था या फिर किसी और जगह के लिये था और पंजाब सिर्फ इसकी आपूर्ति के लिये ठिकाना भर था.
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