
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से वहां से निकलने के लिए वहां के लोगों में भगदड़ मची हुई है. लोग तालिबान से दूर भागने की कोशिश में अपनी जान को भी दांव पर लगाने को तैयार हैं. इसी कड़ी में सोमवार को काबुल एयरपोर्ट पर मची भगदड़ में अमेरिकी एयरफोर्स के एक प्लेन पर चढ़कर वहां से निकलने की कोशिश में तीन लोग उड़ते प्लेन से नीचे गिर गए.
नीचे गिरने के बाद इन तीनों लोगों की मौत हो गई. हालांकि अभी तक शव सिर्फ दो ही लोगों का मिला है. इसके अलावा तीनों लोगों की पहचान कर ली गई है, जिसमें एक जहां डॉक्टर है तो वहीं बाकी दो नाबालिग भाई हैं. इस दर्दनाक मौत का वीडियो दुनिया ने वायरल वीडियो के तौर पर देखा. डॉक्टर का नाम फैजल (बदला हुआ नाम) है और वो 22 साल का था. उसके पिता ने बताया कि वो एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर था. साथ ही कहा कि एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी. इसके अलावा पिता ने कहा कि बेटे के मौत के बाद से वो पूरी तरह टूट चुके हैं.
अफवाह ने ले ली जान?
वहीं प्लेन से गिरने वाले बाकी दो नाबालिग भाइयों के नाम सिराज (17 साल) और अनस (16 साल) (दोनों नाम बदले हुए हैं) के तौर पर हुई है. परिजनों ने कहा कि सिराज का शव मिल गया है, लेकिन अनस अभी लापता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों नाबालिग लड़कों ने अपने पड़ोसियों से एक अफवाह सुनी थी कि 20,000 लोगों को कनाडा या संयुक्त राज्य अमेरिका में भेज दिया जाएगा और इसी वजह से दोनों काबुल एयरपोर्ट पहुंचे थे.
प्लेन से गिरकर जिस मकान की छत पर गिरने से दोनों की मौत हुई, वो वली सालेक का घर है. घटना के समय वो अपने घर में परिवार के लोगों के साथ थे. घटना के बारे में बताते हुए सालेक ने कहा कि उन्हें लगा कि जैसे कोई टायर फटा हो, वो भागते हुए छत पर गए, लेकिन वहां का नजारा देखकर उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं. थोड़ी देर बाद सालेक की पत्नी भी छत पर पहुंची और छत का नजारा देखकर बेहोश हो गई.
ये भी पढ़ें- Afghanistan: पड़ोसियों की इस अफवाह ने ही ले ली जान? US के प्लेन से गिरकर जान गंवाने वाले अफगानी नाबालिगों की कहानी
ये भी पढ़ें- अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी, जहां कदम रखने का सोचकर भी ‘कांपता’ है तालिबान, जानें क्या है ये ‘अफगानी किला’