
पूर्वी लद्दाख में जारी संघर्ष को सुलझाने की दिशा में एक कदम के तहत भारत और चीन जल्द ही सैन्य कमांडर स्तर की 13वें दौर की वार्ता करेंगे. इसमें हॉट स्प्रिंग्स फ्रिक्शन (Hot Springs Friction) बिंदु को लेकर चर्चा की जाएगी. इसके लिए भारत की ओर से जल्द ही चीनी सेना को न्योता भेजा जाएगा. मई 2020 के बने गतिरोध वाले स्थानों में से अधिकांश का भारत और चीन समाधान कर चुके हैं, जिनमें पैंगोंग झील, गलवन घाटी और गोगरा हाइट्स शामिल हैं.
हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में विवाद को दूर करने के लिए नए सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता के लिए चीनियों को निमंत्रण भेजा जा रहा है. यह मई 2020 के बाद उभरे नए घर्षण बिंदुओं में से अंतिम होगा. चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ, कई विवादित बिंदु हैं, जिनमें चार नए घर्षण बिंदु और कुछ विरासत वाले जैसे डेपसांग मैदान शामिल हैं. भारत और चीन के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है. सूत्रों ने कहा कि चीन नए और पुराने विवादित क्षेत्रों पर अलग-अलग बातचीत चाहता था, लेकिन भारत उनके बारे में संयुक्त रूप से बात कर रहा है.
गोगरा हाइट्स क्षेत्र से अपने सैनिकों को हटाने पर सहमत हुए थे दोनों देश
भारत और चीन इस महीने की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स क्षेत्र से अपने सैनिकों को हटाने पर सहमत हुए थे. दोनों पक्षों के बीच अंतिम विघटन समझौता लगभग छह महीने पहले हुआ था जब भारत और चीन पैंगोंग झील क्षेत्र में सैनिकों को हटाने पर सहमत हुए थे. पिछले साल पूर्वी लद्दाख में चीनी आक्रमण के बाद, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे सहित चीन अध्ययन समूह शीर्ष सैन्य नेतृत्व के मार्गदर्शन में मामले को सुलझाने में सक्रिय रूप से शामिल रहा है.
पिछले साल पूर्वी लद्दाख में चीन ने कई इलाकों में घुसपैठ की थी, लेकिन भारत ने तेजी से कड़ी कार्रवाई करते हुए उसके मूवमेंट को रोक दिया था. सैनिकों को पीछे हटाने के बावजूद दोनों ओर से ऊंचाई वाले स्थानों पर 50-50 हजार सैनिक तैनात हैं. इसकी वजह यह है कि भारतीय सेना को चीनी सेना के इरादों पर कतई भरोसा नहीं है और वह चीनी सेना की हर गतिविधि पर करीब से नजर रख रही है. पिछले दौर की वार्ता के फलस्वरूप गोगरा हाइट्स इलाके से सैनिकों को पीछे हटाया गया था. इससे पहले फरवरी में दोनों देशों ने पैंगोंग झील के किनारों से अपनी सेनाओं को पीछे हटाया था और विवादित इलाकों में गश्त रोक दी थी.
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