प्रवंधन जानता था कि ट्रेन चल नहीं रही यह ड्यूटी पर उपस्थित नहीं हो पायेगा यही आरोप लगाकर नौकरी से निकाल देंगे।
इलेक्ट्रीशियन रामनरेश मिश्रा ने सहायक श्रमायुक्त चम्वल/ग्वालियर को शिकायत कर दी।श्रमायुक्त ने प्रकरण सीज कर लिया और समझौता हेतु सुनवाई शुरु कर दी और समझौता न होने पर म.प्र.श्रम विभाग ने प्रकरण लेवरकोर्ट न.01ग्वालियर को रिफर कर दिया है। इस वीच भिण्ड से सांसद
संध्या राय ने लिखित तथा म.प्र.शासन के लोकप्रिय जन हितैषी ऊर्जा मंत्री प्रधुमन सिंह तौमर ने तीन वार दूरभाष पर कर्लोन कम्पनी के जनरल मेनेजर रवि प्रसाद को स्थानांतर निरस्त करने निर्देश दिये।पर जी.एम.रवि प्रसाद ने किसी की नहीं सुनी है। इलेक्ट्रीशियन राम नरेश मिश्रा 7 माह से विना वेतन के बेरोजगार वैठे हैं। म.प्र.इंटक सचिव प्रवेश मिश्रा ने कहा कि मालनपुर के लेवर आँफीसर अशोक पाठक कम्पनी प्रवंधन से मिले हुये हैं कम्पनी प्रवंधन की भाषा वोलते हैं।श्री मिश्रा ने कहा कि लघु वेतन पाने वाले मजदूर का लगभग 2500 कि.मी.दूर महामारी के वीच स्थानांतर क्या उचित है?छ:मजदूरों से लिये गये स्तीफे क्या उचित हैं?इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराई जावे।तथा इलेक्ट्रीशियन राम नरेश मिश्रा का ट्राँसफर अविलम्व निरस्त कराया जावें।
इंटक सचिव प्रवेश मिश्रा ने कहा कि कर्लोन का जी.एम.फेक्ट्री मेनेजर, एच.आर. सरकार से बड़ा नहीं हो सकता?
कर्मचारी तो छोड़िये जो प्रवंधन/जी.एम. सांसद, मंत्री की नहीं सुन रहा वह कितना बड़ा हिटलर है। श्री मिश्रा ने प्रदेश के लोक प्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अनुरोध किया है कि वे स्वयं संग्यान लेकर इलेक्ट्रीशियन रामनरेश मिश्रा का स्थानांतर निरस्त करावें तथा सम्पूर्ण घटना की उच्च स्तरीय जाँच कराकरदोषियों के बिरुद्ध कड़ी कार्यवाही करावें।
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