श्री कियावत ने कहा कि किसान खेत पाठशाला के लिये गठित दल अपने साथ संबंधित ग्राम पंचायत के उत्कृष्ट किसानों को अपने साथ रखकर रोल मॉडल या ब्रांड एंबेसडर के साथ सजीव उदाहरण के साथ व्यवहारिक ज्ञान और समझाईश दें। जिससे यह जानकारी ज्यादा प्रभावी होगी और किसान खेत पाठशाला सफल बनेगी।
दुग्ध उत्पादकों को सोसायटी से जोड़ें
विटनरी और सहकारिता का अमला दुग्ध उत्पादकों को दुग्ध सोसायटी से जोड़े। दूध के दाम बढ़ने वाले हैं। डीआरसीएस अमले के साथ फील्ड में जाएं। दुग्ध उत्पादक किसानों को दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए जानकारी और शासकीय योजनाओं का लाभ पहुँचाएं। दुग्ध कलेक्शन सेंटर पर दूध की मात्रा बढ़ना चाहिए, अन्यथा विटनरी एवं सहकारिता के अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
एक्सट्रा रीपर के साथ ही फसल कटाई सुनिश्चित करें
संभागायुक्त श्री कियावत ने एक्सट्रा रीपर नहीं होने पर मशीन के इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए। सभी कृषकों को एक्सट्रा रीपर अटेचमेंट की उपलब्धता सुनिश्चित करें। फसल कटाई में प्रदेश के बाहर की मशीनों पर प्रतिबंध रहेगा। नरवाई जलाने पर सख्त कार्यवाही और मशीन जप्ती के निर्देश दिये।
सभी किसानों को उन्नत कृषि संबंधित मैसेज होंगे प्रसारित
श्री कियावत ने निर्देश दिये कि आत्मा, रबी एवं खरीफ पंजीयन और किसान खेत पाठशाला के किसानों के पंजीयन के दौरान मिले किसानों के फोन नम्बर लेकर फिल्टर कर एकीकृत फोन नम्बर्स का रिकॉर्ड तैयार किया जाए। सोमवार 7 दिसम्बर से प्रत्येक किसान को प्रतिदिन कृषि वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए उन्नत कृषि संबंधी मैसेज प्रसारित किये जाएंगे जिससे कृषि उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा में वृद्धि होगी। एक तरह से ये मोबाइल पर कृषि पाठशाला होगी। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि इससे एक भी किसान छूटे नहीं।
श्री कियावत ने प्रथम चरण के किसान खेत पाठशाला की समीक्षा कर द्वितीय चरण की किसान खेत पाठशाला को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए राजस्व एवं जिला पंचायत को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिये। बैठक में सभी जिलों के जिला पंचायत सीईओ, एडीएम, उप संचालक एग्रीकल्चर, विटनरी, मत्स्य एवं सहकारिता के अधिकारी उपस्थित थे।
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