इटावा:। बीजेपी नेता संजू चौधरी द्वारा होली के दिन की गई दबंगई के मामले में समझौता की कोशिश नाकाम हो गई है। कल पूर्व सांसद सुखदा मिश्रा के घर समझौते के लिए हुई मीटिंग बेनतीजा रही। इस मीटिंग में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष अजय धाकरे, व्यापारी नेता अंनत अग्रवाल समेत दोनो पक्षो की तरफ से कई दिग्गज शामिल हुए और मैराथन मीटिंग हुई लेकिन कोई नतीजा नही निकला। दोनो पक्षो के नेताओ ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया की नेताओं द्वारा कहा गया कि दोनों पक्ष पार्टी के समर्थक है इस लिये समझौता कर मामले को समाप्त कर दिया जाए इस बात को मानते हुए दोनो पक्ष सुखदा मिश्रा के घर बैठ के समझौता करने को तैयार हो गए और बातचीत शुरू हो गई, लेकिन बात चित के दौरान दोनो पक्ष एक दूसरे के गलती बताने लगे और मामले में एक दूसरे पर दोषारोपण करने लगे जिससे स्तिथि बिगण गई। बात इतनी बढ़ गई कि बातचीत मुंहजबानी नोकझोंक पर आ गई और इसी के चलते समझौते की कोशिश नाकाम हो गई। दूसरी तरफ कुछ लोगों कहना है कि पीड़ित दीपेंद्र गुप्ता शहर के बाहर है और पीड़ित की गैर मौजूदगी में समझौता हो ही नही सकता, इसी लिये बैठक में कोई फैसला नही हो सका। दूसरा सबसे बड़ा सवाल है कि अगर समझौता होता है तो उस मुकदमे का क्या होगा जो पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है और जिसमे नामजद लोग जेल में है।
*नीी
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